Literature
हिन्दी पॉडकास्ट 'लूह की सीटी सुरीली बज जाए..'
"पत्तों के झुरमुट से छनकर..छांव का सांवला रंग मिला कर ..धूप जमीन पर रंगोलियां बना रही है..."
-विवेक सौरभ
गर्मी के तपते मौसम में गर्म हवा लूह के साथ सूरज की अटखेलियों का सुंदर चित्रण शब्दों में बांध कर यूं बिखेरा है लेखक ने कि सुनने वालों को भी इस तपिश से प्यार हो जाए।