चीन और भारत के बीच घटते व्यापार और भारत द्वारा चीनी कंपनियों पर लगाए गए प्रतिबंधों को लेकर, चीनी राजदूत वांग यी ने चिंता ज़ाहिर करते हुए कहा है कि, “भारत और चीन के बीच रिश्तों में स्थिरता के लिए कदम उठाने की ज़रूरत है” साथ ही उन्होंने चीनी कंपनियों के लिए निष्पक्ष, पारदर्शी और गैर-भेदभावपूर्ण कारोबारी माहौल बनाने की बात पर जोर दिया|
सीजीटीएन की एक रिपोर्ट के अनुसार चीनी राजदूत ने यह सभी बातें इंडोनेशिया में (ASEAN) आसियान विदेश मंत्रियों की श्रृंखला की बैठकों के दौरान भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से कही और आगे उन से यह भी कहा कि, “चीन और भारत को दोनों पक्षों को स्वीकार्य सीमा मुद्दों का समाधान खोजने के लिए एक ही दिशा में काम करने की जरूरत है|”
जयशंकर ने दिया भारत की ओर से जवाब
वहीं, भारत के विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने इसपर जवाब देते हुए कहा है कि, “भारत खुले दिमाग से मतभेदों को ठीक से सुलझाने और अनुकूल परिस्थितियों का निर्माण करने के लिए दोनों देशों के बीच संबंधों को जल्द से जल्द सही रास्ते पर लाने का इच्छुक है|”
इसके बाद जयशंकर ने इस बैठक को लेकर ट्वीट किया कि, “विदेश मामलों के लिए सीपीसी केंद्रीय आयोग के कार्यालय निदेशक वांग यी के साथ एक बैठक की|” जिसके बाद इस बैठक का ब्योरा देते हुए जयशंकर ने बताया कि, ‘उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति से संबंधित लंबित मुद्दों पर चर्चा की,उन्होंने कहा, ‘हमारी बातचीत में पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन/एआरएफ एजेंडा, ब्रिक्स और हिंद-प्रशांत क्षेत्र भी शामिल था|’
फिलहाल तो, इस सम्मलेन में वांग जो की चीन के पूर्व विदेश मंत्री थे, वह चीन के मौजूदा विदेश मंत्री किम गैंग के अस्वस्थ होने की वजह से उनकी जगह इस बैठक में हिस्सा ले रहे हैं|
आपको बता दें कि, भारत और चीन के बीच पूरा मसला बॉर्डर पर पिछले तीन वर्षों में चल रहे सैन्य-गतिरोध की वजह से हो रहा है, जिस वजह से भारत को कई सख्त कदम उठाने पड़ हैं|