हमें ज़िंदगी में अक्सर काफ़ी चीज़ों का अफ़सोस रह जाता है, लगता है कि मानो हमने जान मुझकर कुछ चीज़ छोड़ दी और फिर उसका अफ़सोस हमें हमेशा रहता है जब तक दुबारा हमारे पास उसे सुधारने का मौक़ा न मिल जाये।
इसी क्रम में हमारे पास 5 सालों में एक बार वोट देना होता है, जिसमें हम अपने और अपने देश के अगले 5 साल का भविष्य एक इंसान के हाथ में सौंपते है। वोट देना एक नागरिक का सबसे बड़ा हथियार है जो सरकार गिरा भी सकता है और बना भी सकता है। पर कभी - कभार ऐसा होता है कि हम जज़्बाती हो जाते है, लोगो की बातों में आकर अपने साथ हो रहे अन्याय को भूल जाते और उस पार्टी को वोट दे देते है जो भ्रष्ट है। हमें अपना फ़ैसला हमेशा ख़ुद से लेना चाहिए।
अब अगर बात करे मुद्दे की तो मैं अपने साथ हो रही कठिनाइयों को पाठकों के बीच अपनी परेशानी और उसका निवारण दोनों रखती हूँ।
मैं बिहार के नवादा ज़िले से हूँ। आये दिन वहाँ से लोग पटना आते है या पटना के लोग नवादा जाते है। बसों में काफ़ी भीड़ होती है, बस वाले बसों के अंदर बेंच लगाकर यात्रियों को उनके स्थान पर पहुँचाते है और इस भीड़ का एकमात्र कारण है कि हमारे नवादा से पटना की ओर रेल की पटरी नहीं है, यानी नवादा से पटना के बीच रेल संबंध नहीं है जिसके कारण लोगो को रोड का सहारा लेना पड़ता है। उसमें भी सोने पर सुहागा यह है कि रजौली से बख़्तियारपुर के बीच फ़्लाइओवर बन रहा है जिसके कारण जगह जगह सड़कों पर गड्ढे है, और उन रास्तों से गुजरती है हमारी लोगो से ठचा ठच भरी बसें। और मेरी यह माँग है कि अगर नवादा से पटना रेल की पटरी बिछा दी जाये तो शायद इससे नवादा और उसके आसपास के लोगो को बहुत सुविधा होगी।
तो वही बात करे मेरी दूसरे माँग की तो मेरी माँग यह है कि हमारे बिहार में हर जगह शौचालय नहीं है। आपने देखा होगा यात्रा में कि पुरुष कही भी बस रुकवाकर शौच करने उतर जाते है पर महिलाओं को किसी पेट्रोल पम्प या किसी ढाबे के आने का इंतज़ार करना होता है। यह एक बड़ी समस्या है। अगर हमारे नेता इस समस्या पर ध्यान दे और हाईवे या जहां से आम गाड़ियाँ रोज़ाना गुजरती है वहाँ जगह - जगह शौचालय बनवा दे तो इससे सभी लोगो की परेशानियाँ कम होगी।
साथ ही साथ हम जिसे चुने वो नौकरी की गारंटी दे, पेंशन की गारंटी दे, हर तबके के लोगो के पास रहने, खाने- पीने, पहनने का सामर्थ्य हो। हम वैसा नेता चाहते है जो कोर्ट में पड़ी लाखों करोड़ों की संख्या में चल रहे केसों को न्याय दिला सके। हम वैसा देश चाहते है जिसमें लोग बेख़ौफ़ होकर घूमे, पुलिस चोरों से ना मिली हो, जहां बलात्कारियों को आजीवन कारावास हो, जहां धर्म के नाम पर लोगो को ना लड़वाया जाये, जहां हर नेता अपने विपक्ष के कामों की भी सराहना करे और सबसे बड़ी बात जहां मीडिया पारदर्शी हो जो झूठ को झूठ और सच को सच दिखाए।
हम सोचते है कि एक युवा नेता ही युवा की परेशानियाँ समझ सकता है, क्योंकि ये दौर नया है, ये लोग नये है, ये कठिनाई अलग है और इसका निवारण भी अलग है।
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