“हिंदू - मुस्लिम- सिख - ईसाई ,आपस में हैं भाई - भाई” ये स्लोगन शायद आपने भी खूब लगाए होंगे और सोचते होंगे कि धार्मिक एकता का बेहतरीन नारा है जिसमे विभिन्न धर्मों के लोगों को भाई जैसा माना गया है।यह स्लोगन किसी गीतकार के दिमाग की उपज थी लेकिन इसे आजादी के बाद वाली सरकार ने इतना ग्लोरिफाई किया और यह एकता का संदेश माना गया।लेकिन क्या सचमुच यह नारा, यह गीत, यह स्लोगन एकता का संदेश देता है? आज इसी पर बोलूंगी खरी - खरी।