डॉ ऐ पी जे अब्दुल कलाम, जो "मिसाइलमैन" नाम से भी जाने जाते हैं। वह भारत के पहले उपग्रह प्रक्षेपण यान (एसएलवी-III) के परियोजना निदेशक थे, जिन्होंने जुलाई 1980 में रोहिणी उपग्रह को पृथ्वी की कक्षा में सफलतापूर्वक तैनात किया था। 1999 में पोखरण-द्वितीय परमाणु परीक्षण आयोजित किए गए, जिसमें उन्होंने राजनीतिक और तकनीकी भूमिका निभाई थी।
साल 2002 में भारत के राष्ट्रपति बने थे। कलाम ने "इंडिया 2020: ए विज़न फ़ॉर द न्यू मिलेनियम", 'माई जर्नी' तथा 'इग्नाटिड माइंड्स- अनलीशिंग द पॉवर विदिन इंडिया’ जैसी किताबें लिखी हैं। कलाम द्वारा बोले गए 10 उद्धरणों:
1) अगर आप सूरज जैसे चमकना चाहते हैं, तो पहले आपको सूरज के जैसे जलना होगा।
2) आत्मविश्वास और कड़ी मेहनत असफलता नमाक बीमारी को मारने के लिए सबसे बेहतरीन दवा है।
3) खुशी का बस एक मंत्र है: उम्मीद बस खुद से रखो किसी और इंसान से नहीं।
4) जिस दिन आपका सिग्नेचर ऑटोग्राफ में बदल जाए तो मान लीजिए की आप कामयाब हो गए है।
5) महान लक्ष्य, ज्ञान, कड़ी मेहनत और दृढ़ संकलप हो तो कुछ भी हासिल किया जा सकता है।
6) इंतजार करने वाले को उतना ही मिलता है, जितना कोशिश करने वाले छोड़ देते हैं।
7) शिक्षा वह सबसे शक्तिशाली हथियार है जिसे आप अपनी दुनिया को बदलने के लिए उपयोग कर सकते हैं।
8) मनुष्य के लिए कठिनाइयों का होना बहुत ज़रूरी है, क्योंकि कठिनाइयों के बिना सफलता का आनंद नहीं लिया जा सकता।
9) वह सपना नहीं होता जो सोते समय दिखता है, सपना वह होता है जो आपको सोने नहीं देता।
10) अपनी ज़िंदगी आज जीएं, क्योंकि कल तो चला गया है और कल शायद ना आए।