5 अक्टूबर से भारत में वन-डे विश्व कप की शुरुआत होने जा रही है| ऐसे में सभी को इंतज़ार है, जल्द-से-जल्द टिकटों की बिक्री के शुरू होने का| इस बात को लेकर पहले से ही काफी सवाल उठाये जा रहे हैं कि, जब विश्व कप में 2 महीने से भी कम का समय बचा है, ऐसे में टिकेट की बिक्री में देरी क्यों की जा रही है?
खैर इस देरी के पीछे की मूल वजह तो सामने नहीं आ पाई है, पर अब कहा जा रहा है कि, 10 अगस्त यानि गुरूवार के दिन से टिकटों की ऑनलाइन बिक्री शुरू की जा सकती है|
इन दो कंपनियों को मिला टिकट्स की बिक्री के लिए कॉन्ट्रैक्ट
दूसरा सबसे बड़ा सवाल जो सभी के मन में है, वो यह की विश्व-कप के मैचों के लिए टिकेट किस जगह मिलेंगी,इसपर कुछ और मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस बार विश्व-कप की टिकट्स के लिए, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इसके लिए डो बड़ी कंपनियों :-
बुक माई शो
और
पेटीएम
को चुना है| दोनों ही कंपनियां विश्व-कप के आधे-आधे मैचों की टिकेट बिक्री का भार संभालेंगी|
ऑनलाइन टिकट वालों को कैसे मिलेगी एंट्री?
इस बार स्टेडियम में एंट्री के लिए प्रिंटेड टिकट दिखाना जरूरी होगा| ऐसे में कोई भी दर्शक जिसने ऑनलाइन टिकेट बुक किया है, उसे स्टेडियम या सेंटर पर से प्रिंटेड टिकट लेना होगा, जिसके बाद ही उसे गेट पर वह टिकट दिखाकर एंट्री मिल सकेगी|
प्लेऑफ और अहम मुकाबलों की टिकटों की बिक्री में यह बदलाव जानिये
BCCI द्वारा टिकट बिक्री में कुछ बदलाव किये गए हैं, जहां, 19 नवंबर को होने वाले फाइनल और 14या15 अक्टूबर होने वाले भारत-पाकिस्तान मैच की टिकटें बुक-माई-शो पर मिलेंगी तो वहीं, 15 और 16 नवंबर को मुंबई और कोलकाता में होने वाले सेमी-फाइनल्स की टिकटें पेटीएम पर उपलब्ध होंगी|